प्रिय पाठकों नमस्कार, ग्रामिक के ब्लॉग सेक्शन में आपका स्वागत है।
आज इस ब्लॉग के माध्यम से हम आप को मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना (soil health card scheme) के बारे में जानकारी देंगे। आप को बताएंगे की इस योजना के ज़रिए किसान कैसे अपने खेत की मिट्टी की जांच कराकर अपनी फसलों की उपज बढ़ा सकते हैं। साथ ही मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के ज़रिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? मृदा स्वास्थ्य कार्ड कैसे प्रिंट करे? इन सबके बारे में भी पूरी जानकारी देंगे।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना कब और कहाँ शुरू हुई?
सरकार अलग-अलग योजनाओं, जैसे कि किसान सम्मान निधि योजना, पीएम किसान फसल बीमा योजना आदि के माध्यम से किसानों को आर्थिक सहायता भी देती है, जिससे उन्हें कृषि कार्य करने में कोई परेशानी न हो। ऐसी ही एक महत्वपूर्ण योजना है मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना यानि soil health card scheme. इसकी शुरुआत 19 फरवरी 2015 को केंद्र सरकार द्वारा की गयी थी।
शुरुआत में इसे राजस्थान के सूरतगढ़ में लागू किया गया था। सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम के तहत किसान अपने खेतों की मृदा की जांच कर सकते हैं, और अपने खेत की मिटटी को उपजाऊ और बेहतर बना सकते हैं।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता
इस योजना में केंद्र सरकार द्वारा 75 प्रतिशत और राज्य सरकार द्वारा 25% प्रतिशत तक की सहायता की जाएगी। बता दें कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना ‘स्वस्थ धरा-खेत हरा’ के आदर्श पर काम करेगी। इस योजना के तहत किसानों का मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनवाया जाएगा, जिसे हर 3 साल में रिन्यू कराना होगा।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना 2023 को लांच करने के पीछे सरकार का उद्देश्य किसानों की आय को बढ़ाना है। इस योजना के अंतर्गत मिटटी की जांच के बाद किसान इसकी पूरी रिपोर्ट ऑनलाइन देख सकेंगे, और उन्हें रिपोर्ट में पोषक तत्वों की मौजूदगी व कमी आदि के बारे में पूरी जानकरी मिल सकेगी।
मिटटी की जांच और और रिपोर्ट के अनुसार किसान मिटटी के आधार व संतुलन को बढ़ाने के लिए ज़रूरत के हिसाब से खाद का प्रयोग कर मिटटी की उत्पादकता बढ़ा सकेंगे। इससे किसानों को फसल की अच्छी उपज मिलेगी।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड कैसे बनवाएं?
इस प्रक्रिया में सबसे पहले संबंधित अधिकारी किसान के खेतों में जाकर मिट्टी के सैंपल इकठ्ठा करते हैं। सैंपल लेने के बाद इन्हे लैब में भेजा जाता है, जहां मिट्टी की जांच की जाती है। परीक्षण पूरा होने पर सैंपल से प्राप्त जानकारी के आधार पर गुणवत्ता के बारे में बताया जाता है।
मिटटी में यदि कोई कमी होती है तो इस बारे में उचित सलाह दी जाती है। अंत में संबंधित किसान के नाम से जांच की रिपोर्ट ऑनलाइन अपलोड कर दी जाती है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड में किसान के खेतों की मिटटी की जांच करने के पश्चात सॉइल हेल्थ कार्ड पर मृदा से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई जाती है।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड की आवेदन प्रक्रिया
मृदा स्वास्थ्य कार्ड (soil health card) बनवाने के लिए सबसे पहले आप को आधिकारिक वेबसाइट soilhealth.dac.gov.in पर जाना होगा। यहां आप के सामने होम पेज खुल जाएगा। फिर आपको होम पेज पर दिख रहे log In के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। अब आप के स्क्रीन पर अगले पेज पर आप को state का चयन करना होगा। चयन के बाद continue के बटन पर क्लिक करें। इसके बाद अगले पेज पर new registration के विकल्प पर क्लिक करें।
अब आपकी स्क्रीन पर अगला पेज खुल जायेगा। यहाँ आप को पंजीकरण फॉर्म मिलेगा। रजिस्ट्रेशन फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी जैसे user organization details, language, user details, user login account details वगैरह यहाँ दर्ज कर दें।
सभी जानकारियां दर्ज करने के बाद submit के विकल्प पर क्लिक करें। इस तरह से आप की पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। अब आप को होम पेज पर जाकर लॉगिन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी, जिसके बाद इस योजना का आवेदन पत्र भर सकते हैं।
लॉगिन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए सबसे पहले मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना (soil health card scheme) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। यहाँ होम पेज खुल जायेगा। अब होम पेज पर दिए गए विकल्पों में से login के विकल्प पर क्लिक करें, जिसके बाद आपके सामने अगला पेज खुल जायेगा।
यहाँ अपने राज्य का चयन करें। नए पेज पर लॉगिन फॉर्म में पूछी गयी जानकरी भरें। जैसे की यूज़र नेम, पासवर्ड और दिए गए इमेज कोड को दर्ज करें। इस के बाद Login के विकल्प पर क्लिक करें। इस तरह से आप की लॉगिन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
ऐसे प्रिंट करें मृदा स्वास्थ्य कार्ड
मृदा स्वास्थ्य कार्ड (soil health card 2023) प्रिंट करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट soilhealth.dac.gov.in पर जाएँ। फिर होम पेज पर आपको farmers corner पर जाना होगा। यहाँ आप को print soil health card के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
क्लिक करते ही आप के सामने अगला पेज खुलेगा। जहाँ आप अपने राज्य का चयन करेंगे। इसके बाद continue पर क्लिक करें। राज्य का चयन करते ही आपकी स्क्रीन पर नया पेज खुलेगा। इस फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारियां दर्ज करें, जैसे कि village, farmer’s name आदि।
और अंत में search के बटन पर क्लिक करें। अब आपकी स्क्रीन पर आपके नाम का मृदा स्वास्थ्य कार्ड/ soil health card खुल जाएगा। आप इसे डाउनलोड कर के प्रिंट आउट निकाल सकते हैं।
मिटटी का सैंपल ट्रैक करने के लिए सबसे पहले आप को आधिकारिक वेबसाइट soilhealth.dac.gov.in पर जाना है। अब आप के सामने होम पेज खुल जाएगा। यहाँ आप को Farmer’s Corner के तहत Track Your Sample के लिंक पर क्लिक करना है।
क्लिक करते ही आप के स्क्रीन पर एक फॉर्म खुल जाएगा। यहां आप मांगी गयी सभी जानकारी दर्ज़ करें। यहाँ आपको अपने राज्य, ज़िले, मंडल, गांव, किसान का नाम, विलेज ग्रिड नंबर, व सैंपल नंबर दर्ज करना है। सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आप को search के बटन पर क्लिक करना है। इस तरह से आप अपने स्क्रीन पर अपने खेत के मृदा के सैंपल से संबंधित जानकारी आसानी से देख सकेंगे।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड आवेदन ट्रैक करने का तरीक़ा
soil testing laboratory ट्रैक करने के लिए सबसे पहले सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ। अब होम पेज खुलेगा, जहाँ आपको Farmer’s Corner पर जाना है। यहां आपको l locate soil testing laboratory पर क्लिक करना है। अब अगला पेज खुलेगा जहाँ आप अपने स्टेट और डिस्ट्रिक्ट का चयन करेंगे। इस के बाद View Report/ View Map के विकल्प पर क्लिक करें।
ध्यान रहे कि यदि आप View Report पर क्लिक करते हैं, तो आपके स्क्रीन पर सॉइल टेस्टिंग लैब की सूची दिखाई देगी। वहीँ अगर आप View Map के बटन पर क्लिक करते हैं, तो आपके सामने नज़दीकी सॉइल टेस्टिंग लैबोरेट्री की जानकारी दिखेंगी।
फसलों के लिए उर्वरक खुराक की जानकारी देखने के लिए सबसे पहले आप को सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। होम पेज पर Fertilizer Dosage for Crops का विकल्प दिखेगा। इस पर क्लिक करें।
अब आप को State और District का चयन करना होगा। इसके बाद मांगी गयी जानकारी दर्ज़ करें और Continue पर क्लिक करें। अब आप को crop, group, crop, variety, irrigation आदि जानकारियां भरें। अंत में Calculate के ऑप्शन पर क्लिक करें। क्लिक करते ही आप के स्क्रीन पर संबंहित जानकरी आ जाएगी।
हेल्पलाइन नंबर
यदि आप को किसी प्रकार की समस्या आ रही है, तो समाधान के लिए नीचे दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
Helpline Number- 011-24305591, 011-2430548
Email Id- helpdesk-soil@gov.in
सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही अन्य योजनाएं-
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