प्रिय पाठकों, ग्रामिक के इस ब्लॉग सेक्शन में आपका स्वागत है!
सर्दियां शुरू होने से पहले किचन गार्डन का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है, खासकर अगर आप किचन गार्डन में सब्जियां, फल या मसाले उगा रहे हैं। ठंड का मौसम पौधों के विकास को धीमा कर सकता है और जड़ों पर फंगस या सड़न का खतरा बढ़ सकता है। इस समस्या से बचने और आपके गार्डन को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सर्दियों में करें ये 5 जरूरी काम।
1. जल निकासी की व्यवस्था करें
पौधों को जरूरत से ज्यादा पानी देने से जड़ों में सड़न, फंगस और कई बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए यह सुनिश्चित करें कि किचन गार्डन में पानी जमा न हो। इसके लिए गार्डन में नालियां बनाएं ताकि अतिरिक्त पानी बाहर निकल जाए। पौधों को केवल उतना ही पानी दें, जितना उनकी मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए पर्याप्त हो।
2. प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था करें
सर्दियों में धूप का समय कम हो जाता है, लेकिन पौधों को प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के लिए धूप की जरूरत होती है। इसके लिए पौधों को ऐसी जगह रखें जहां दिनभर धूप आती हो। अगर पौधे घर के अंदर हैं तो खिड़कियों के पास रखें ताकि वे प्राकृतिक रोशनी प्राप्त कर सकें।
3. पुरानी मिट्टी को बदलें
गमलों या गार्डन में पुरानी मिट्टी पौधों के विकास में रुकावट डाल सकती है। यदि मिट्टी दो साल से अधिक पुरानी है तो उसे हटा दें और नई, सूखी व भुरभुरी मिट्टी डालें। इससे मिट्टी में हवा का संचार बढ़ेगा, जो जड़ों के विकास के लिए जरूरी है।
4. सही खाद का प्रयोग करें
पौधों के विकास और पोषण के लिए खाद का नियमित इस्तेमाल जरूरी है। इसके लिए हर 30-45 दिनों में पौधों को उचित मात्रा में वर्मी कंपोस्ट दें। इसके अलावा घर में बने ऑर्गेनिक खाद जैसे छाछ, गौमूत्र या कोकोपीट का उपयोग करें। छोटे पौधों में छोटे चम्मच से खाद डालें ताकि जड़ें जलें नहीं।
5. कटाई-छंटाई करें
पौधों अच्छे विकास के लिए कटाई-छंटाई बेहद जरूरी है। इसके लिए पौधों से सूखी टहनियां और पत्तियों को अलग कर दें, और गार्डन में उगी अनावश्यक घास को हटा दें। इसके अलावा टहनियों को तिरछा काटें, जिससे नई कोपलें आसानी से फूटेंगी।
ऑर्गेनिक गार्डनिंग का रखें ध्यान
गार्डन को पूरी तरह ऑर्गेनिक बनाए रखना पौधों की सेहत के लिए बेहतर है। इसके लिए नीम की पत्तियों का उबला पानी या छाछ का स्प्रे पौधों को रोगों से बचाने में मदद करता है। इसके अलावा आप ग्रामिक की बेहद उपयोगी जैविक खाद सोलियो गोल्ड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, इससे खेत की मिट्टी का स्वास्थ्य और फसल का विकास दोनों बेहतर होगा।
FAQs
सर्दियों में पौधों को आवश्यकता से अधिक पानी देने से बचें। मिट्टी की नमी को जांचें और तभी पानी दें। आमतौर पर हर 3-4 दिन में हल्का पानी देना पर्याप्त होता है।
सर्दियों में आप गाजर, मूली, पालक, ब्रोकली, मटर, और धनिया जैसी सब्जियां उगा सकते हैं। ये ठंडे मौसम में अच्छी तरह से उगती हैं।
अगर बहुत ज्यादा ठंड या पाला पड़ने की संभावना हो, तो नाजुक पौधों को घर के अंदर रखें। खिड़कियों के पास रखें ताकि उन्हें पर्याप्त धूप मिल सके।
पौधों को फंगस से बचाने के लिए अतिरिक्त पानी देने से बचें। नीम के तेल या नीम की पत्तियों के पानी का छिड़काव करें।
जी हां, पॉटेड प्लांट्स को नियमित रूप से धूप में रखें, पानी का ध्यान रखें, और समय-समय पर खाद और छंटाई करें।
खेती से संबंधित और भी ब्लॉग पढ़ने के लिए किसान साथी ग्रामिक दिये गये लिंक पर क्लिक करें –
करेला की खेती
टमाटर की खेती
खीरे की खेती
ज्वार की खेती
बाजरा की खेती
Post Views: 84