Informative

फेरोमोन ट्रैप से करें फसल में कीटों की रोकथाम (Insect Control With Pheromone Trap)

Gramik_Pheromone Trap
Written by Gramik

जैविक खेती करने वाले किसानों के लिए फसल में लगने वाले कीटों की रोकथाम करना सबसे बड़ी चुनौती है। ऐसे में किसानों को अपनी फसल को कीटों से बचाने के लिए महँगी से महँगी कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करना पड़ता है, लेकिन आज हम इस लेख में कीट नियंत्रण का एक आसान तरीका फेरोमोन ट्रैप (Insect Pheromone Trap) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे अपनाकर फसल को नुकसान से बचाया जा सकता है।

फेरोमोन ट्रैप क्या होते हैं? (What Are The Pheromone Trap?)

फेरोमोन ट्रैप एक फेरोमोन द्रव्य के साथ प्लास्टिक की थैली पर कीप के आकर की संरचना में ल्यूर लगाने के लिये एक सांचा बना हुआ होता है, जिसे हम कीटों की रोकथाम के लिए प्रयोग करते है। फेरोमोन ट्रैप को गंध पाशा भी कहा जाता है। ये द्रव आस-पास के कीटों को अपनी और आकर्षित करती है। फेरोमोन ट्रैप की आकृति ऐसी होती है कि इसमें कीट एक बार अंदर चला गया तो बाहर नहीं आ सकता है।  

फेरोमोन ट्रैप कितने प्रकार के होते हैं? (Types of Pheromone Traps)

फेरोमोन ट्रैप मुख्यतः 5 तरह के होते हैं- 

  • डेल्टा ट्रैप
  • फ़नल ट्रैप
  • बॉटल ट्रैप
  • वाटर पैन ट्रैप
  • बकेट ट्रैप 

फेरोमोन ल्यूर क्या होते हैं? ( What are pheromone lures)

फेरोमोन ल्यूर एक प्रकार का द्रव व कैप्सूल होता है, जो मादा कीटों से मिलता जुलता है। ये ल्यूर नर कीटों को अपनी और आकर्षित करता है, और नर कीट इसकी गंध के कारण फेरोमोन ट्रैप की ओर खिंचे चले आते हैं। बस इन्हें गंध के माध्यम से ट्रैप में फसाया जा सकता है। फसल के अनुसार अलग-अलग कीट के नियंत्रण के लिए अलग-अलग तरह के ल्यूर का प्रयोग किया जाता है।  

फेरोमोन ल्यूर कितने प्रकार के होते हैं? (Types of pheromone lures)

  • टुटा एब्सोल्यूटा फेरोमोन ल्यूर
  • बैक्ट्रोसेरा डोरसालिस ल्यूर  
  • प्लूटेला जाइलोस्टेला ल्यूर 
  • बैक्ट्रोसेरा कुकुर्बिटे (मेलन फ्रूट फ्लाई) ल्यूर
  • राइन्कोफोरस फेरुजिनियस ल्यूर 
  • राइनोसेरोस बीटल ल्यूर 
  • ल्यूकिनोड्स ऑर्बोनालिस ल्यूर
  • पेक्टिनोफोरा गॉसिपिएला ल्यूर 
  • राइनोसेरोस बीटल ल्यूर 

फेरोमोन ट्रैप का प्रयोग कैसे करें? (How to use a pheromone trap?)

  • फसल में फेरोमोन ट्रैप का उपयोग करने के लिए खेत में एक डंडा लगाएं, जो ट्रैप को सहारा दे सके। 
  • अब छल्ले को डंडे के सहारे बांध कर लटका दें। इसके बाद फेरोमोन ल्यूर को ट्रैप के ऊपर ढक्कन में बनी जगह पर फंसा दें।
  • फेरोमोन ट्रैप से फंसे हुए कीटों को इकट्ठा करने के लिए एक थैली दी जाती है, जिसे छल्ले में लगाकर इसके निचले सिरे को डंडे के सहारे एक छोर पर बांध दें।
  • फेरोमोन ट्रैप को फसल की ऊंचाई के अनुसार 1- 2 फीट ऊपर रहे, इस अनुसार लगाएं।  

फेरोमोन ट्रैप से कौन से कीट नियंत्रित होते हैं? (Which pests are controlled by pheromone traps?)

लीफ माइनर, पिंक बॉल वर्म, फ्रूट फ्लाई, पत्ती खाने वाली इल्ली, तम्बाकू इल्ली, तना छेदक इल्ली, फल छेदक इल्ली, फॉल आर्मी वार्म, भूरे धब्बे वाली इल्ली, डायमंड ब्लैक मोथ, आदि कीटों को फेरोमोन ट्रैप से नियंत्रित किया जा सकता है।

फेरोमोन ट्रैप लगाते समय ध्यान रखें ये बातें! (Keep these things in mind while setting pheromone traps)

  • फसल में कीट नियंत्रण करने के लिए प्रति एकड़ 5 से 8 ट्रैप का प्रयोग करना चाहिए।
  • एक ट्रैप से दूसरे ट्रैप की दूरी करीब 30 से 40 मीटर तक रखना चाहिए।
  • फेरोमोन ट्रैप में फसे हुए कीटों की निगरानी करते रहें, और थैली भरने पर उसे खाली करते रहें।  
  • फेरोमोन ट्रैप में फंसे हुए कीटों को नष्ट कर दें, ताकि वो पुनः फसल को नुकसान न पहुंचा सकें।
  • कीटों की पहचान के अनुसार आप अपनी फसल में कीटनाशक का प्रयोग भी कर सकते हैं, जिससे प्रति एकड़ लागत कम लगेगी। 

FAQ

1.फेरोमोन ट्रैप को किसने विकसित किया?

फेरोमोन ट्रैप प्रणाली को यूके की यूनिवर्सिटी ऑफ बाथ एंड ससेक्स ने विकसित किया है

2.फेरोमोन ट्रैप क्या है और यह कैसे काम करता है?

फेरोमोन ट्रैप एक प्रकार का उपकरण है, जिसमें कीप के आकार वाले मुख्य भाग पर लगे ढक्कन पर मादा कीट की गंध का ल्योर लगाया जाता है, इससे नर कीट आकर्षित होते हैं, और खुद आकर इसमें फंस जाते हैं।

3.क्या फेरोमोन ट्रैप सुरक्षित हैं?

जी हां! फेरोमोन
 ट्रैप बिल्कुल सुरक्षित है। ये तकनीक फसल में ज़हरीले रासायनिक स्प्रे की ज़रूरत को ख़त्म या कम करते हैं, जिससे जैविक खेती को बढ़ावा मिलता है।

4.फेरोमोन ट्रैप की कीमत कितनी होती है?

इस उपकरण की कीमत लगभग 100-200 रुपए तक हो सकती है। ये कीमत हर जगह अलग- अलग भी हो सकती है।

5.फेरोमोन ट्रैप कहां से ख़रीदें? 

ये ट्रैप ग्रामिक पर उपलब्ध हैं। आप shop.gramik.in पर जाकर ऑर्डर कर सकते हैं। ये प्रोडक्ट्स होम डिलीवरी सुविधा के माध्यम से 4-5 दिन में आपके घर तक पहुंचा दिया जायेगा।

About the author

Gramik

Leave a Comment