किसान भाइयों और बहनों, भारत में मानसून का मौसम खेती के लिए सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। यही वो समय है जब फसल की नींव रखी जाती है। अगर खेत की तैयारी मानसून से पहले ठीक से कर ली जाए, तो ना केवल पैदावार बढ़ती है, बल्कि लागत भी कम होती है।
इस लेख में हम जानेंगे 4 ज़रूरी तैयारी, जिन्हें अपनाकर आप अच्छी फसल, बेहतर मुनाफा और कम नुकसान सुनिश्चित कर सकते हैं।
Gramik लाया है किसान भाइयों के लिए भरोसेमंद कृषि उत्पाद, जो बढ़ाएं आपकी फसल की गुणवत्ता और उपज।
1. खेत में जल निकासी की पक्की व्यवस्था करें
समस्या:
मानसून में अधिक बारिश के कारण खेत में पानी भर जाना एक आम बात है। जब पानी लंबे समय तक खेत में रुक जाता है, तो फसल की जड़ें सड़ने लगती हैं, जिससे पौधे कमजोर हो जाते हैं और उपज घट जाती है।
समाधान:
- खेत की हल्की ढलान बनाएं ताकि पानी आसानी से बह सके
- खेत के चारों ओर और बीच में नालियाँ (ड्रेनेज चैनल) बनाएं
- खेत की मेड़ें मजबूत करें ताकि पानी का दबाव टूटे नहीं
किसान क्या करें:
खेती शुरू करने से पहले ही खेत का निरीक्षण करें और जहां पानी रुक सकता है, वहां निकासी की योजना बनाएं।
2. बीज का उपचार करें और बुवाई का सही समय चुनें

समस्या:
मानसून के मौसम में हवा में नमी ज्यादा होती है जिससे बीज जल्दी खराब हो सकते हैं, उन पर फंगस या बैक्टीरिया लग सकते हैं। समय पर बुवाई न करने से फसल की वृद्धि भी प्रभावित होती है।
समाधान:
- बीज उपचार (Seed Treatment) करें जैविक या रासायनिक विधियों से
- ट्राइकोडर्मा, बाविस्टिन, थिरम जैसे बीज उपचार उत्पादों का प्रयोग करें
- बुवाई का सही समय चुनें और फसल के अनुसार दूरी का पालन करें
किसान क्या करें:
बीज उपचार के बाद ही बोवनी करें, और प्रयास करें कि मानसून की पहली या दूसरी बारिश के बाद ही बुवाई हो जाए ताकि नमी का लाभ मिल सके।
3. फूल-फल वाली फसलों को संतुलित पोषण दें
समस्या:
मानसून में मिर्च, टमाटर, बैंगन, भिंडी जैसी फसलों में फूल गिरने की समस्या बहुत आम है। इसके कारण फल कम लगते हैं और गुणवत्ता खराब होती है।
समाधान:
- संतुलित पोषण दें जिसमें नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश (NPK) के साथ सूक्ष्म पोषक तत्व हों
- फूलों को गिरने से रोकने के लिए बोरॉन और कैल्शियम युक्त खाद का छिड़काव करें
- Gramoliser 00:52:34 जैसे स्मार्ट पोषण उत्पादों का उपयोग करें जो न केवल पोषण देते हैं बल्कि फसल को बीमारियों से भी बचाते हैं
किसान क्या करें:
फूल आने के समय पौधे को जरूरी पोषण देना शुरू करें। यह उत्पाद आप Gramik ऐप या वेबसाइट से सीधे मंगवा सकते हैं।

4. डिजिटल तकनीक और कृषि ऐप्स का उपयोग करें
समस्या:
परंपरागत खेती में कई बार किसानों को समय पर सही जानकारी नहीं मिल पाती, जिससे गलत निर्णय होते हैं।
समाधान:
- Gramik जैसे कृषि ऐप का उपयोग करें, जहाँ बीज, उर्वरक, दवाइयाँ और सलाह सब कुछ उपलब्ध है
- मौसम की जानकारी, मिट्टी की जाँच और विशेषज्ञों की राय मोबाइल पर लें
- खेती की लागत घटाएं और डिजिटल समाधान से समय बचाएं
किसान क्या करें:
अपने मोबाइल में Gramik ऐप डाउनलोड करें और खरीदारी से लेकर जानकारी तक हर काम स्मार्ट तरीके से करें।
मानसून खेती के लिए अवसर भी है और चुनौती भी। लेकिन अगर आपने जल निकासी, बीज उपचार, पोषण प्रबंधन और डिजिटल साधनों का सही उपयोग किया — तो इस बार की खेती ज़रूर सफल होगी।
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