प्रिय पाठकों, ग्रामिक के इस ब्लॉग सेक्शन में आपका स्वागत है।
कृषि पर निर्भरता कभी समाप्त नहीं हो सकती, इस वजह से इस क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। इसे हम कमाई के तौर पर उपयोग करें तो कोई भी इच्छुक व्यक्ति उपलब्ध खेत की भूमि पर पारंपरिक या आधुनिक खेती कर आत्म निर्भर बन सकता है। वहीं आज के समय में खेती में कई तकनीकें भी विकसित हो चुकी हैं, जिनका ज्ञान लेकर आप कृषि क्षेत्र में अच्छे पद पर नौकरी कर सकते हैं।
चलिए ग्रामिक के इस ब्लॉग में कृषि क्षेत्र में रोज़गार के अवसर के बारे में विस्तार से जानते हैं।
एग्रीकल्चर इंजीनियर
एक एग्रीकल्चर इंजीनियर कंप्यूटर एडेड टेक्नोलॉजी (CAD) का प्रयोग करके नए उपकरणों और मशीनरी को डिजाइन करने, मौजूदा खेती के तरीकों में सुधार करने की कोशिश करते हैं। आप किसानों और व्यवसायों को भूमि उपयोग पर सलाह देने, फसलों और आसपास के पर्यावरण पर प्रभाव का आकलन करने के लिए मौसम और जीपीएस से डेटा का भी इस्तेमाल करते हैं।
इस भूमिका में एग्रीकल्चर इंजीनियर को एग्रीकल्चरल कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने की जिम्मेदारी भी मिल सकती है। इसके लिए आपको गणित, विज्ञान और समस्या समाधान के साथ-साथ रचनात्मक होने होने की जरूरत होती है। आप इस क्षेत्र में जाने के लिए किसी प्रतिष्ठित संस्थान से संबंधित विषय में डिग्री या डिप्लोमा ले सकते हैं।
कृषि अर्थशास्त्री
कृषि अर्थशास्त्री आर्थिक निर्णयों से संबंधित कार्य करते हैं, जैसे कि खरीददार किस तरह के कृषि उत्पाद ज़्यादा या कम खरीदते हैं, बाजार में किस कृषि उत्पाद का क्या मूल्य होना चाहिए, और सरकार किसानों का समर्थन कैसे करती है।
ये आर्थिक गतिविधियों को निर्धारित करने के लिए आर्थिक डेटा का विश्लेषण करते हैं। इसके अलावा कृषि अर्थशास्त्री खेतों में भूमि का सर्वेक्षण करने, किसानों से पूछताछ करने और अनुसंधान करने का कार्य भी करते हैं।
कृषि अर्थशास्त्री मुख्य रूप से स्वतंत्र रूप से काम करते हैं, लेकिन उन्हें अन्य अर्थशास्त्रियों, किसानों और सांख्यिकीविदों के साथ सहयोग करना पड़ सकता है। कृषि अर्थशास्त्री बनने के इच्छुक लोग अर्थशास्त्र की डिग्री ले सकते हैं।
इस भूमिका के लिए गणित की एक मजबूत समझ महत्वपूर्ण है और आपको डेटा का प्रभावी ढंग से विश्लेषण और व्याख्या करने और इसे स्पष्ट और कुशल तरीके से प्रस्तुत करने में सक्षम होना चाहिए।
फार्म मैनेजर
फार्म मैनेजर का कार्य फार्म के संचालन की निगरानी करना और बजट मापदंडों को ध्यान में रखते हुए व्यावसायिक निर्णय लेना होता है। इसके साथ ही फार्म मैनेजर कृषि भवनों व उपकरणों के रखरखाव और मरम्मत की व्यवस्था भी देखते हैं।
फार्म मैनेजर का काम खेत की उपज को बाजार तक पहुंचाना होता है। इस भूमिका के लिए, आपको खेती पर पिछले अनुभव के साथ-साथ तकनीकी जानकारी की ज़रूरत होगी। निजी कंपनियों में फार्म मैनेजर के तौर पर काम करने के लिए आपके पास कृषि संबंधी डिग्री होनी चाहिए।
प्लांट साइंटिस्ट एवं सॉइल
एक सॉइल एवं प्लांट साइंटिस्ट मिट्टी की संरचना का परीक्षण करते हैं कि यह पौधों की वृद्धि को कैसे प्रभावित करता है। ये भूमि के स्वास्थ्य से संबंधित डेटा को विस्तृत रिपोर्ट में प्रस्तुत करते हैं ताकि किसान को सलाह दी जा सके कि वे अपनी भूमि की उत्पादन शक्ति कैसे बढ़ाएं।
सॉइल साइंटिस्ट किसानों को उन फसलों के बारे में सूचित करते हैं जो उनकी भूमि के लिए सबसे उपयुक्त हैं।
कमर्शियल हार्टिकल्चरिस्ट
एक कमर्शियल हार्टिकल्चरिस्ट पूरी उत्पादन प्रक्रिया की मॉनिटरिंग में शामिल होते हैं जिसमें- भोजन, फसलों और पौधों के बढ़ने, कटाई, पैकेजिंग, वितरण और बिक्री की मॉनिटरिंग करना आदि शामिल है।
इसके अलावा रोजमर्रा की गतिविधियों में कर्मचारियों की देखरेख और प्रशिक्षण, कीट / खरपतवार नियंत्रण कार्यक्रमों का प्रबंधन, व्यवसाय योजनाएं बनाना, नए कृषि उत्पाद विकसित करना, उत्पादों की मार्केटिंग करना, खरीदारों और विक्रेताओं के साथ अनुबंध पर बातचीत करना और तैयार उत्पादों को बेचने में मदद करना होता है। एक कमर्शियल हार्टिकल्चरिस्ट में मजबूत प्रबंधन क्षमता होना जरूरी होता है।
ग्रामिक पर सब्ज़ी के बीज की कई उन्नत किस्में उपलब्ध हैं, अभी ऑर्डर करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।
एग्रीकल्चरल सेल्सपर्सन
एग्रीकल्चरल सेल्सपर्सन का काम किसानों को मशीनरी, पशु चारा, उर्वरक और बीज बेचना होता है। इनसे अपने उत्पाद के एक्सपर्ट होने की अपेक्षा की जाती है और ये अक्सर किसानों को उत्पादों पर सलाह देते हैं।
एग्रीकल्चरल सेल्सपर्सन किसान की जरूरतों को सुनते हैं और फिर उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप सही प्रोडक्ट रिकमेंड करते हैं। यदि आप सेल्स में करियर बनाना चाहते हैं तो सेल्स और मार्केटिंग डिग्री जरूरी होती है।
बागवानी
फल, सब्जियां और फूलों की खेती में रुचि रखने वाले लोग बागवानी क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। यह खेती के विभिन्न पहलुओं में से एक है जिसमें नौकरी के अवसर हो सकते हैं।
पशुपालन
गाय, भैंस, बकरी, मुर्गी, और अन्य पशुओं की पालना करने वाले युवा लोग भी खेती में अपना करियर बना सकते हैं। पशुपालन क्षेत्र में रोजगार के अवसर बहुत हैं और यह एक लाभकारी व्यवसाय भी हो सकता है।
तो किसान साथियों, कृषि में रोज़गार के इन मौकों के अलावा, सरकार भी खेती से जुड़े विभिन्न प्रोजेक्ट्स और योजनाओं के तहत रोजगार के अवसर प्रदान करती है, जिसका लाभ आप उठा सकते हैं।
पशुओं में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और उनका स्वास्थ्यवर्धन करने के लिए ग्रामिक पर उपयोगी Cattle Feed उपलब्ध हैं, इस लिंक पर क्लिक करके अभी ऑर्डर करें।
FAQ
हां, कृषि क्षेत्र में युवाओं के लिए रोज़गार के व्यापक अवसर हैं। आप अपनी योग्यता के अनुसार सरकारी, गैर सरकारी व निजी कृषि कंपनियों में नौकरी के मौके पा सकते हैं।
प्राइवेट कृषि संस्थानों में कृषि सलाहकार, कृषि विशेषज्ञ, सप्लाई चेन मैनेजर, टेलीकॉलर, बिजनेस टू बिजनेस व बिजनेस टू कस्टमर मैनेजमेंट आदि पदों पर नौकरी के मौके मिल सकते हैं।
खेती से संबंधित और भी ब्लॉग पढ़ने के लिए किसान साथी ग्रामिक दिये गये लिंक पर क्लिक करें –
गन्ने की खेती
शिमला मिर्च की खेती
काले टमाटर की खेती
बेबी कॉर्न की खेती
Post Views: 695
Leave a Comment