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किसान साथियों, आज हम आपको पिज्जा-पास्ता में डाले जाने वाले एक ऐसे मसाले के बारे में बता रहे हैं, जिसकी आज के समय दुनिया भर में भारी मांग है। जी हां, हम बात कर रहे हैं ऑरिगेनो की खेती के बारे में। बारहमासी जड़ी-बूटी की श्रेणी में आने वाले ऑरिगेनो का वैज्ञानिक नाम ओरिजिनम वल्गारे है। इसमें प्रोटीन, फैट, फाइबर और अन्य ज़रूरी मिनरल्स पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक माने जाते हैं।
चलिए ग्रामिक के इस ब्लॉग में जानते हैं घर पर किचन गार्डन में ऑरिगेनो की खेती कैसे करें-
ऑरिगेनो की खेती का सही समय
किचन गार्डन या गमले की मिट्टी में ऑरिगेनो की खेती सालभर की जा सकती है, हालांकि इसके लिए गर्म जलवायु आवश्यक है। यदि आप ऑरिगेनो की खेती घर के अंदर करना चाहते हैं तो इसे साल के किसी भी महीने में लगा सकते हैं। अगर आप इसे घर के बाहर बगीचे में उगाना चाहते हैं तो गर्मी की शुरुवात में आप ऑरिगेनो की बुवाई कर सकते हैं।
इसे गमले में उगाने के लिए ऐसी जगह का चुनाव करें, जहाँ पौधे को हर दिन लगभग 6-8 घंटे धूप मिल सके। वहीं अगर आप ऑरिगेनो को घर के अंदर उगाना चाहते हैं, तो आप इसे खिड़की के आस पास रख सकते हैं, जहां पौधे को अच्छी धूप मिल सके।
उन्नत किस्म के ऑरिगेनो बीज
ग्रामिक पर उन्नत किस्म के ऑरिगेनो बीज उपलब्ध हैं। आप इस लिंक पर क्लिक करके घर बैठे बहुत ही किफायती मूल्य में मंगा सकते हैं। आपको बता दें कि बीज की बुवाई के बाद इसे बढ़ने व कटाई के लिए तैयार होने में लगभग 3 महीने का समय लगता है।
गर्म वातावरण में ऑरिगेनो के बीजों का अंकुरण अच्छा होता है। इस समय बुवाई के लगभग 7 से 14 दिन में बीज अंकुरित हो जाते हैं।
ऑरिगेनो की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी
अम्लीय से तटस्थ व पोषक तत्वों से युक्त रेतीली मिट्टी में ओरिगैनो का पौधा अच्छी तरह से उगता है। मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7 के बीच होना चाहिए, और भूमि में अच्छी जल निकासी होनी चाहिये। गमले की मिट्टी को और अधिक उपजाऊ बनाने के लिए आप इसमें जैविक खाद जैसे वर्मीकम्पोस्ट, पुरानी सड़ी हुई गोबर की खाद, बोन मील आदि मिला सकते हैं। अगर पौधे लगाने के लिए मिट्टी नहीं है तो आप पोटिंग मिश्रण का इस्तेमाल कर सकते हैं।
ऑरिगेनो की रोपाई के लिए गमला
ऑरिगेनो के पौधे की जड़ें ज़्यादा गहराई तक नहीं जाती हैं, इसलिए आप इसे कम गहराई वाले गमले में भी आसानी से उगा सकते हैं। होम गाडर्निंग के लिए ज़रूरी उपकरण ग्रामिक पर उपलब्ध हैं। आप इस लिंक पर क्लिक करके अभी अपना ऑर्डर प्लेस कर सकते हैं – Gardening tools
आपको बता दें कि ऑरिगेनो को बीज या कटिंग दोनों ही तरीकों से लगाया जा सकता है।
ऑरिगेनो को लगाने की प्रक्रिया इस प्रकार है-
जल निकासी वाले गमले का चुनाव करें, फिर इसमें मिट्टी भरें। मिट्टी भरते समय गमले को ऊपर से थोड़ा खाली रखें, ताकि पानी डालते समय मिट्टी बाहर न निकले। अब बीजों को मिट्टी में मिलाएं, इसके बाद इसपर मिट्टी की एक पतली परत चढ़ा दें।
ऑरिगेनो लगे इस गमले की हल्की सिंचाई कर दें, जिससे मिट्टी में नमी बनी रहे। किसान साथी इस बात का ध्यान रखें कि ऑरिगेनो के बीज को अंकुरित होने के लिए सूर्य का प्रकाश बहुत आवश्यक होता है, इसलिए इस गमले को ढक कर न रखें, बल्कि इसे रोशनी में रखें।
ऑरिगेनो की खेती में इन बातों का रखें ध्यान
किचन गार्डन में लगे ऑरिगेनो के पौधे को आवश्यकता के अनुसार पानी देते रहें। इस पौधे के अच्छे विकास के लिए प्रतिदिन 6-8 घंटे की धूप की आवश्यकता होती है। इसके अलावा किसान साथी हर 25-30 दिन के अन्दर पौधे को जैविक डालते रहें। वहीं आप कृषि विशेषज्ञ की सलाह लेकर इसमें रासायनिक खाद का भी प्रयोग कर सकते हैं।
ऑरिगेनो के पौधे में लगने वाले कीट
ऑरिगेनो के पौधों में कभी कभी एफिड्स और स्पाइडर माइट्स जैसे कीटों का प्रकोप देखा जाता है। इसके अलावा घर में लगे पौधों में मकड़ी का भी प्रकोप होता है। कीटों की रोकथाम के लिए हर दूसरे दिन पानी का हल्का स्प्रे करें। इसके अलावा आप विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार किसी अच्छे कीटनाशक या नीम तेल का छिड़काव भी कर सकते हैं।
ऑरिगेनो का पौधा जब 4 इंच का हो जाए, तब इसकी कटाई-छटाई करें। कटाई छंटाई की प्रक्रिया आसान बनाने के लिए भी ग्रामिक पर कई गार्डेनिंग टूल्स उपलब्ध हैं। ऐसा करने से पौधों का विकास अच्छा होगा।
ऑरिगेनो की कटाई
किचन गार्डन में लगाया गया ऑरिगेनो का पौधा लगभग 3 महीने में तैयार हो जाता है, जब आप इसकी पत्तियों को तोड़कर इनका इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं बड़े पैमाने पर ऑरिगेनो की खेती करके आप इसे बाजार में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
FAQ
ऑरिगेनो एक बारहमासी पौधा है, इसलिए आप इसकी खेती गर्मी के समय कभी भी कर सकते हैं। हालांकि ठंड का मौसम इसकी खेती के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता है।
ऑरिगेनो के लिए गुजरात व राजस्थान की जलवायु सबसे अधिक उपयुक्त है। हालांकि ये गर्म जलवायु में कही भी उगाया जा सकता है।
ऑरिगेनो की बुवाई के लगभग 3 महीने बाद से आप इनकी पत्तियां तोड़कर उन्हें भोजन में इस्तेमाल कर सकते हैं।
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