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भारत के कई राज्यों में किसान अब खेती-बाड़ी के साथ-साथ बड़े स्तर पर पशुपालन की ओर भी कदम बढ़ा रहे हैं। मुनाफे के नजरिए से भी पशुपालन अब किसानों व पशुपालकों के लिए एक फायदे का सौदा बनता जा रहा है। ऐसे में आपके पशु कैसे स्वस्थ रहें, ये जानकारी भी आपको ज़रूर होनी चाहिए।
कई बार पशुओं को बेहतर पोषक तत्व न देने से गाय-भैंस के बच्चे पर बुरा प्रभाव देखने को मिलता है। ऐसे में एक ज़रूरी सवाल ये भी होता है कि जब गाय-भैंस गाभिन यानी गर्भवती हो तो उसे क्या खिलाएं, जिससे पशुओं के बच्चों का उचित विकास हो सके।
चलिए आज के इस ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं।
गाभिन गाय-भैंस को क्या खिलाएं
बात करें गर्भवती गाय-भैंस को उचित आहार की, तो गाय-भैंस को इस अवस्था में हर दिन एक से डेढ़ किलो दाने का मिश्रण दें। इसके अलावा पशु के प्रसव से कुछ दिन पहले हर दिन 100 मि.ली कैल्शियम का घोल पिलाएं। वहीं पशुओं के प्रसव के बाद आसानी से पचने वाला आहार खिलाएं, जिसमें आप गेहूं का चोकर, गुड़ और हरा चारा दे सकते हैं। किसान साथी ये भी ध्यान रखें कि पशु को प्रसव के समय ठंडा पानी न पिलाएं।
दुधारू पशुओं को क्या खिलाएं
जो पशु दूध देते हैं, उनके आहार की बात करें तो उन्हें आप दलहन चारे का मिश्रण खिला सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि 5 लीटर तक की दूध देने की क्षमता वाले पशुओं को सिर्फ हरा चारा खिलाकर दूध लिया जा सकता है, लेकिन जो पशु उससे अधिक दूध देते हैं, उनके आहार में चारे के साथ-साथ दाना व खली ज़रूर शामिल करें। इसके अलावा ये भी ध्यान रखें कि गाभिन गाय-भैंस को अंतिम तीन महीने के दौरान 10 से 15 किलो हरा चारा खिलाएं। वहीं प्रसव से लगभग 15 दिन पहले तक गाभिन गाय-भैंस को 2 से ढाई किलो तक दाना खिलाएं।
कुछ अन्य ध्यान रखने वाली बातें
पशुपालक साथियों, हम आपको बता दें कि गाय का गर्भकाल लगभग 282 दिनों का होता है, वहीं भैंस का गर्भकाल लगभग 305 दिनों का होता है। पशु विशेषज्ञों के अनुसार, गर्भकाल के 6 से 7 महीने के दौरान पशुओं के शरीर में बच्चे का विकास धीमी गति से होता है, और अंतिम तीन महीनों में शिशु तेज़ी से विकास करते हैं। ऐसे में आप गाभिन पशुओं की देखभाल और उनके खान-पान का विशेष ध्यान रखें।
आप अपने पशुओं को स्वस्थ रखने, कैल्शियम की आपूर्ति करने और दुग्ध उत्पादन की मात्रा बढ़ाने के लिए ग्रामिक के दूध सागर, कैल्शियम, और शक्तिसागर का सेवन करा सकते हैं।
इन पशुपोषक आहार के उपयोग व लाभ के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए ग्रामिक के ये ब्लॉग्स ज़रूर पढ़ें।
FAQ
भारत दुग्ध उत्पादन में पूरे विश्व में पहले स्थान पर है, वहीं राज्य की बात करें तो उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक राज्य है।
गाय का गर्भकाल लगभग 282 दिनों का होता है।
भैंस का गर्भकाल लगभग 305 दिनों का होता है।
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