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भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ खेती के साथ-साथ पशुपालन भी किसानों के लिए एक प्रमुख आय का स्रोत है। केंद्र सरकार ने पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को सब्सिडी प्रदान करने की कई योजनाएँ शुरू की हैं। लेकिन, कई किसानों को इन योजनाओं के बारे में जानकारी नहीं होती। इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप डेयरी फार्मिंग के लिए सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं और एक डेयरी फार्म खोलने के लिए कितनी लागत आएगी।
डेयरी उद्यमिता विकास योजना क्या है?
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) ने डेयरी उद्यमिता विकास योजना (DEDS) की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य डेयरी क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ाना और बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है। इस योजना के तहत किसानों को पशुपालन के लिए सब्सिडी पर लोन दिया जाता है।
योजना के प्रमुख उद्देश्य
1- स्वरोजगार को बढ़ावा देना: डेयरी क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करना।
2- बछिया पालन को प्रोत्साहित करना: अच्छे प्रजनन स्टॉक के विकास और संरक्षण के लिए बछिया पालन को बढ़ावा देना।
3- दूध का प्रसंस्करण: ग्रामीण क्षेत्रों में दूध का प्रसंस्करण करना और असंगठित क्षेत्र को प्रोत्साहित करना।
4- वैल्यू एडिशन: दूध उत्पादों का उत्पादन और प्रसंस्करण करके दूध का मूल्य बढ़ाना।
लोन की ब्याज दर और भुगतान अवधि
इस योजना के तहत किसानों को बैंक और RBI के दिशानिर्देशों के अनुसार लोन की ब्याज़ दर निर्धारित होती है। सब्सिडी प्राप्त होने तक बैंक संपूर्ण लोन राशि पर ब्याज लगा सकता है। लोन की भुगतान अवधि 2 से 7 साल के बीच होती है, जो कई कारकों पर निर्भर करती है।
सब्सिडी के लाभार्थी
इस योजना के लाभार्थियों की बात करें तो किसान, एकल उद्यमी, असंगठित और संगठित क्षेत्र के समूह, स्वयं सहायता समूह, डेयरी सहकारी समितियां, मिल्क यूनियन और फेडरेशन पंचायत राज संस्थाएं आदि इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
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सब्सिडी की राशि
यदि किसान देशी दुधारू गाय और भैंसों के साथ डेयरी की छोटी इकाई खोलना चाहते हैं, तो वे अधिकतम 10 पशु खरीद सकते हैं। इसके लिए उन्हें 2 लाख से 5 लाख रुपये तक का लोन मिलेगा। सामान्य वर्ग के किसानों को 25% सब्सिडी मिलेगी, यानी 1.25 लाख रुपये फ्री में मिलेंगे। SC/ST वर्ग के किसानों को 33.33% सब्सिडी मिलेगी।
उदाहरण के लिए, यदि सामान्य वर्ग का किसान 2 दुधारू पशु खरीदता है, तो उसे 25,000 रुपये की सब्सिडी मिलेगी। SC/ST वर्ग के किसानों के लिए यह सब्सिडी 33,300 रुपये होगी। सब्सिडी की राशि पशुओं की संख्या पर निर्भर करती है।
डेयरी फार्म खोलने की लागत
डेयरी फार्म खोलने की लागत कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे:
1. पशुओं की संख्या: जितने अधिक पशु होंगे, लागत उतनी ही अधिक होगी।
2. शेड और बुनियादी ढांचा: पशुओं के लिए शेड और अन्य सुविधाओं का निर्माण।
3. चारा और दवाइयां: पशुओं के लिए चारा और स्वास्थ्य सेवाएं।
4. मशीनरी और उपकरण: दूध निकालने और प्रसंस्करण के लिए मशीनरी की खरीद।
लोन कैसे प्राप्त करें?
1. आवेदन पत्र भरें: सबसे पहले, आपको NABARD या संबंधित बैंक की शाखा से आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा और उसे भरना होगा।
2. दस्तावेज़ जमा करें: आवश्यक दस्तावेज़ जैसे पहचान पत्र, भूमि के कागजात, और अन्य प्रमाण पत्र जमा करें।
3. बैंक से संपर्क करें: अपने निकटतम बैंक से संपर्क करें और उन्हें अपना आवेदन पत्र और दस्तावेज़ जमा करें।
4. निरीक्षण: बैंक आपके आवेदन की जांच करेगा और आपके फार्म का निरीक्षण कर सकता है।
5. लोन की मंजूरी: सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद, बैंक आपको लोन की मंजूरी देगा।
डेयरी फार्मिंग के लिए सब्सिडी प्राप्त करने और फार्म खोलने के लिए आपको सरकार की योजनाओं का सही तरीके से उपयोग करना होगा। NABARD की डेयरी उद्यमिता विकास योजना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल किसानों को आर्थिक सहायता मिलेगी बल्कि देश में डेयरी उद्योग भी सशक्त होगा।
हम आशा करते हैं कि इस जानकारी से आपको डेयरी फार्मिंग शुरू करने में मदद मिलेगी। यदि आपके कोई सवाल या सुझाव हों, तो कृपया हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।
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