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Agriculture Machinery: आपकी लागत, समय व मेहनत बचाएंगे ये 5 कृषि उपकरण!

Agriculture Machinery
Written by Gramik

प्रिय पाठकों, ग्रामिक के इस ब्लॉग सेक्शन में आपका स्वागत है!

किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है खेती की लागत को कम करना। जब खेती में मेहनत, समय और धन की बचत होगी, तब ही खेती से फायदा मिलेगा।  इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अब खेती में कृषि उपकरणों (Agriculture Machinery) के इस्तेमाल को भी बढ़ावा दिया रहा है। 

तो चलिए जानते हैं उन 5 प्रमुख कृषि यंत्रों के बारे में, जो खेती से अच्छी आमदनी पाने के लिए आपके पास होना बहुत ज़रूरी है।

किसानों की शान ट्रैक्टर

ट्रैक्टर के साथ किसी भी कृषि उपकरणों या ट्रॉली को जोड़कर कृषि कार्यों को आसान बनाया जा सकता है, इसलिये इन दिनों ट्रैक्टर को किसान की शान माना जाता है।

चाहे खेत की तैयारी हो, बुवाई, छिड़काव, कटाई या मंडी के लिए उपज की ढुलाई, ये सभी काम ट्रैक्टर की मदद से काफी आसानी से किए जा सकते हैं। इन दिनों बाजार में ट्रैक्टर के कई अच्छे मॉडल उपलब्ध हैं, ये पूरी तरह से आपके बजट और जरूरत पर निर्भर करता है कि आप किस श्रेणी का ट्रैक्टर खरीदना चाहते हैं।

Agriculture Machinery - किसानों की शान ट्रैक्टर

जुताई के लिए बेहद उपयोगी रोटावेटर

आजकल खेत के जुताई जैसे कामों के लिए रोटावेटर का खूब प्रयोग हो रहा है। इस उपकरण से खेत की एक या दो जुताई करके मिट्टी को अच्छी तरह तैयार किया जा सकता है। इन दिनों फसल अवशेष प्रबंधन के लिए भी रोटावेटर का काफी प्रयोग किया जा रहा है।

ये मिट्टी में जमे हुए फसल अवशेषों को खेत में फैला देता है, और बाद में यही अवशेष खेत में खाद का काम करते हैं। रोटावेटर का इस्तेमाल करके किसान साथी 15 से 35 प्रतिशत ईंधन, समय और मेहनत बचा सकते हैं।

बुआई के लिए सीड ड्रिल व फर्टिलाइजर मशीन 

सीड ड्रिल मशीन व फर्टिलाइजर मशीन भी टैक्टर के साथ जोड़कर चलाई जाती है। इससे खेत में बीजों की बुवाई व उर्वरक डालने की प्रक्रिया काफ़ी आसान हो जाती है। सीड ड्रिल मशीन से बुवाई कतारों में होती है, जिससे बाद फसल की निगरानी करना आसान हो जाता है।

वहीं इसकी मदद से उर्वरकों का प्रयोग भी खेत की ज़रूरत के अनुपात में किया जा सकता है। जिन किसानों के पास बुवाई के लिए समय कम है, या खेत ज़्यादा हैं, उनके लिए सीड ड्रिल मशीन काफ़ी उपयोगी हो सकती है।

लिक्विड फर्टिलाइजर के लिए स्प्रेयर मशीन 

स्प्रेयर मशीन से फसल पर पेस्टिसाइड और लिक्विड फर्टिलाइजर का छिड़काव काफ़ी आसानी से किया जा सकता है। इस स्प्रेयर मशीन को कमर पर किसी बैग की तरह पहन सकते हैं। इसमें एक टंकी लगी होती है, जिसमें छिड़काव के लिए कीटनाशक और लिक्विड उर्वरक डाला जाता है।

इसके अलावा इसमें एक हैंज स्प्रेयर भी होता है, जिससे पूरी फसल पर अच्छे से छिड़काव किया जा सकता है। कुछ स्प्रेयर ऑटोमैटिक होते हैं, जो बैटरी से चलते हैं, और कुछ ऐसे भी होते हैं, जिन्हें हाथ से ही चलाना पड़ता है। ये फसल की तमाम जरूरतों को पूरा करते हैं। किसान साथी ग्रामिक से बहुत ही किफायती मूल्य पर स्प्रेयर मशीन ख़रीद सकते हैं।

फसल की कटाई के लिए थ्रैसर मशीन 

थ्रैसर मशीन से आजकल फसल की कटाई काफ़ी जल्दी व आसानी से की जा रही है। भारत में सोयाबीन, गेहूं, मटर, मक्का, समेत तमा अनाज और बीज वाली फसल की कटाई के लिए थ्रैसर का प्रयोग किया जाता है।

ये मशीन कटाई के लिए मजदूरों पर निर्भरता कम करती है, जिससे लागत की बचत होती है। किसानों को कही कही ये मशीन किराए पर भी मिल जाती है, लेकिन यदि आप बड़े स्तर पर खेती करते हैं, तो ये मशीन आपके समय व लागत को बचाने के लिए ज़रूर लेनी चाहिए।

फसल की कटाई के लिए थ्रैसर मशीन

FAQs

सबसे आम कृषि उपकरण क्या है?

खेतों में उपयोग किए जाने वाले सबसे आम कृषि उपकरण ट्रैक्टर, कंबाइन, रोटावेटर, घास काटने की मशीन, प्लांटर और स्प्रेयर मशीनें आदि हैं।

स्प्रेयर मशीनों के प्रयोग से क्या लाभ होता है?

कीट बीमारियों एवं खरपतवार की रोकथाम के लिए खेत में कई तरह की दवाओं का प्रयोग किया जाता है। फसलों में इनके छिड़काव की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए स्प्रे मशीनों का प्रयोग किया जाता है।

कृषि मशीनीकरण से क्या लाभ हैं?

कृषि कार्यों में मशीनों का प्रयोग करने से फसलों के उत्पादन में वृद्धि, कम लागत, समय की बचत, और कम श्रम की आवश्यकता होती है।

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