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Napier Grass Subsidy
किसी देश की उन्नति उसकी अर्थव्यवस्था पर निर्भर करती है। हमारे देश के किसान पारंपरिक खेती के साथ-साथ अपनी आय के लिए कुछ ना कुछ करते रहतें हैं, जिसमें पशुपालन अपनी अलग भूमिका निभाता है। इसके चलते राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार नेपियर घास की खेती (Napier Grass Cultivation) करने पर किसानों को सब्सिडी मुहैया कर रही है। इसके लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पशुपालन के लिए किसानों को बंपर सब्सिडी (subsidy) मिलने वाली है।
राज्य सरकार हाथी घास यानि नेपियर घास की खेती करने पर किसानों को प्रति हेक्टेयर 10 हजार रुपए की धनराशि सब्सिडी के रूप में दे रहीं है। सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी तादात में पशुपालन व्यवसाय को देखते हुए (animal husbandry business) यह फैसला लिया है। जो किसान हाथी घास की खेती पर सब्सिडी का लाभ उठाना चाहते हैं, उन्हें राजस्थान सरकार की ओर से जारी राज किसान साथी पोर्टल पर जाकर आवेदन करना होगा।
दरअसल, गर्मी के मौसम के दौरान गाय- भैंस जैसे अन्य दूध देने वाले मवेशी कम दूध देने लगते हैं। इस दौरान पशुओं को अधिक पौष्टिक आहार की ज़रूरत होती है, जिसके लिए मवेशियों को उन्हें स्वादिष्ट और पौष्टिक हरी घास खिलाने की आवश्यकता होती है।
इसके लिए पशुओं को हाथी घास यानि नेपियर घास (Napier Grass) खिलाई जाती है। क्योंकि यह स्वादिष्ट होने के साथ ही पशुओं में पर्याप्त पानी और पोषण का भी स्त्रोत मानी जाती है, और इससे उनकी दूध देने की क्षमता में काफ़ी बढ़ोत्तरी होती है।
क्यों है हाथी घास पशुओं के लिए उपयोगी (Napier Grass Benefits)
- नेपियर (हाथी) घास एक पौष्टिक घास होने के साथ ही स्वादिष्ट भी होती है। इस घास में पशुओं के लिए ज़रूरी पोषक तत्वों की उच्च मात्रा पाईं जाती हैं।
- इसमें पशुओं में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने वाले प्रोटीन, कैरोटिन और कैल्शियम जैसे सभी पोषक तत्व मिलते हैं।
- खास बात यह है कि नेपियर घास (Napier grass) पशुपालको के बीच काफी लोकप्रिय है।
- इस घास की उपज पूरे साल रहती है। इसे किसी भी मानसून और किसी भी प्रकार की भूमि पर आसानी से उगा सकते हैं।
- इसके रोजाना सेवन से पशुओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
कैसे करें आवेदन? (How To Apply For Napier Grass Subsidy)
- राजस्थान राज्य के किसान अपने किसी नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) में जाकर आसानी से आवेदन (Application) कर सकते हैं।
- किसानों को राज किसान साथी पोर्टल पर आवेदन करना होगा, जिससे वो इस सब्सिडी का लाभ उठा सकें।
- आवेदन के समय कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक खाता पासबुक , जनाधार कार्ड आदि मांगे जाएंगे।
- अधिक जानकारी के लिए हमारे किसान भाई अपने जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर कृषि पर्यवेक्षक या सहायक कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
ध्यान रहे कि आवेदन तभी स्वीकार किए जाएंगे जब प्रत्येक जिले के कृषि अधिकारी ग्राम पंचायतों में जाकर खेतों का सत्यापन कर लेंगे। इसके बाद ही किसानों द्वारा दिया गया आवेदन स्वीकार किया जाएगा, और उनके बैंक खाते में सब्सिडी की धनराशि ट्रांसफर की जाएगी।
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