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सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों को कभी कभी बाजार और मंडियों में उचित दाम नहीं मिल पाते हैं। इस स्थिति में किसानों के लिए सलाह है कि वे जल्दबाजी में अपनी उपज को बेचने के बजाय उसे सही तरीके से स्टोर करें।
सोयाबीन को अच्छी तरह स्टोर करने से भविष्य में बेहतर दाम मिलने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, सोयाबीन को स्टोर करते समय कुछ सावधानियों का पालन करना बेहद जरूरी है। इस ब्लॉग में हम आपको सोयाबीन के सुरक्षित भंडारण के 5 प्रभावी तरीके बताएंगे।
1. नमी का खास ध्यान रखें
सोयाबीन में नमी की मात्रा 13% से अधिक नहीं होनी चाहिए। अगर कटाई के समय दानों में ज्यादा नमी है, तो इसे तुरंत सुखाना जरूरी है, ऐसे में इसे धूप में सुखाएं या पंखे की मदद लें। आपको बता दें कि नमी अधिक होने पर उपज खराब होने का खतरा रहता है।
2. सूखी और ठंडी जगह का चुनाव करें
सोयाबीन को स्टोर करने के लिए सूखी और हल्की ठंडी जगह सबसे उपयुक्त होती है, इसलिए नमी और तापमान पर नजर रखें। अगर हवा में नमी बढ़ जाए, तो दानों को बाहर निकालकर सुखा लें। बता दें कि सूखी जगह उपज को फफूंद और अन्य बीमारियों से बचाती है।
3. रोग व कीट लगे दाने स्टोर न करें
सोयाबीन को स्टोर करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि दानों पर कोई कीट या रोग न लगे हों। कीट या रोग से प्रभावित दानों को स्टोर न करें। इसके साथ ही स्टोर की गई उपज की नियमित देखरेख करें।
4. हैंडलिंग में बरतें सावधानी
सोयाबीन को स्टोर करते समय और बोरे भरते समय सावधानी बरतें। दानों को जूट के बोरे या हवादार कंटेनर में स्टोर करें। ध्यान रहे कि बोरे को हल्के और आरामदायक तरीके से रखें। झटके से बोरे को फर्श पर रखने से दाने टूट सकते हैं, जिससे उपज खराब हो सकती है।
5. ग्रेन ड्रायर का उपयोग करें
स्टोर करने से पहले सोयाबीन को सुखाने के लिए आप ग्रेन ड्रायर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ध्यान रहे कि दानों को अधिक न सुखाएं, वरना वे चटक सकते हैं। इसके साथ ही आप इसे प्राकृतिक हवा में सुखा सकते है। यह तरीका दानों को स्वस्थ और ताजा बनाए रखता है।
क्यों है स्टोरेज जरूरी?
सोयाबीन का सही भंडारण किसानों के पास बाजार में अच्छे दाम मिलने तक इंतजार करने का विकल्प रहता है। बाजार में जब दाम बढ़ते हैं, तो स्टोर की गई उपज अच्छे दाम पर बेची जा सकती है। सही स्टोरेज से उपज की गुणवत्ता बनी रहती है और नुकसान का खतरा कम हो जाता है।
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