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किसान साथियों, खेती यदि सही तकनीक और सूझबूझ के साथ की जाए तो बड़े मुनापफे का सौदा होती है। मिर्च की खेती भी आपके लिए एक मोटी कमाई का ज़रिया हो सकती है, बस आपको इस खेती को सही विधि से करने और समय समय पर अच्छी तरह देख रेख करते रहने की आवश्यकता है। फिर तो आप मिर्च की खेती से लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं।
चलिए इस ब्लॉग में जानते हैं मिर्च की उन्नत खेती करने का तरीक़ा-
मिर्च की खेती कब करें?
मिर्च की खेती के लिए उपयुक्त समय की बात करें तो हमारे देश में गर्मी व सर्दी दोनों मौसमों में मिर्च की फसल उगाई जा सकती है। यदि आप गर्मी के मौसम में मिर्ची की खेती करना चाहते हैं, तो इसकी बुवाई मार्च/ अप्रैल महीने में करें। वहीं सर्दी के मौसम में मिर्च की खेती सितम्बर-अक्टूबर महीने में की जानी चाहिए।
नर्सरी में मिर्च की पौध कैसे तैयार करें?
यदि आप मिर्च की खेती करना चाहते है तो आपको मिर्च के पौधे सीधे खेत में तैयार करने के बजाय उन्हें नर्सरी में ही तैयार करना चाहिए, क्योंकि नर्सरी के पौधे स्वस्थ होते हैं, और उनका विकास भी जल्दी हो जाता है। इसके लिए आपको मिर्च के उन्नत किस्म के बीज का चयन करना हैं, जिन्हें आप इस लिंक पर क्लिक करके ग्रामिक से ऑर्डर कर सकते हैं।
किसान साथियों, नर्सरी में मिर्च की पौध तैयार करना बहुत आसान है। इसके लिए सबसे पहले नर्सरी में क्यारियां तैयार कर लें। इसके बाद, इन क्यारियों में कम्पोस्ट या फिर सड़ी गोबर की खाद डालकर उसे मिट्टी में अच्छे से मिला लें। अब क्यारियों में 5 सेंटीमीटर की दूरी रखते हुए हल्की गहरी नालियों को तैयार कर लें। इसके बाद बीजों की बुवाई करें, और नर्सरी की हल्की सिंचाई कर देनी है।
नर्सरी में तैयार पौध से मिर्च की खेती कैसे करे?
जब नर्सरी में पौधा तैयार हो जाए तो आपको भूमि का चयन करना है। फिर जिस खेत में मिर्च की खेती करनी है, उसमें खाद डालकर गहरी जुताई कर लें। इसके बाद, खेत को समतल कर के नर्सरी में तैयार पौधे की रोपाई करें। इसके बाद खेत की हल्की सिंचाई करें। मिर्च की खेती मेंसमय- समय पर सिंचाई करते रहें, और खरपतवार नियंत्रण पर भी विशेष ध्यान दें।
मिर्च की फसल में लगने वाले रोग
मिर्च की फसल में लगने वाले कई रोग बहुत हानिकारक होते हैं, जिनकी समय पर रोकथाम करना बहुत ज़रूरी है। यह रोग मिर्ची के पौधे पर आक्रमण कर उन्हें नष्ट कर देते हैं, जिसके कारण मिर्च के पैदावार काफ़ी प्रभावित होती है। इनमें छाछया रोग, आर्द्र गलन रोग, फूलो का झड़ना, सफेद लट, फिटोप्थोरा, विरोधी संक्रमण, बैक्टिरियल ब्लाइट आदि रोग प्रमुख रूप से लगते हैं।
मिर्च की फसल के लिए उपयुक्त उर्वरक
यदि आप मिर्च की खेती से अच्छी उपज चाहते हैं, तो फसल में आवश्यकता अनुसार खाद पानी देने का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए आप अपने खेत में सड़े हुए गोबर की खाद डाल सकते हैं। अगर गोबर की खाद न मिल सके, तो फिर आपको नाइट्रोजन 25 किलो, फॉस्फोरस 12 किलो और पोटाश 12 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से डालना चाहिए। इसके अलावा आप मिर्च की फसल में DAP खाद का भी प्रयोग कर सकते हैं।
मिर्च की फसल के लिए खरपतवार नाशक दवा
मिर्च की खेती करने वाले किसान साथी फसल में खरपतवार नियंत्रण करने के लिए कृषि विशेषज्ञ की सलाह के आधार पर खरपतवार नाशक दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं। खरपतवार नष्ट करने के लिए कई ग्रामिक पर भी कई दवाएं उपलब्ध हैं, आप इस लिंक पर क्लिक करके अभी ऑर्डर कर सकते हैं।
मिर्च की खेती में लागत व कमाई
हरी मिर्च की एक एकड़ खेती की लागत औसतन 35 से 40 हजार रुपए है जिसमे बीज, खाद आदि शामिल है. यदि इस फसल से कमाई की बात करें, तो मिर्च की खेती से लगभग 1 लाख रुपए प्रति एकड़ तक का लाभ लिया जा सकता है।
बाज़ार में मिर्च की मांग हमेशा बनी रहती है, इसलिए आपकी फसल अच्छे दामों में और जल्दी बिकती है, जिससे उपज के बाद किसी तरह की हानि की संभावना नहीं रहती है।
FAQs
शरद ऋतु की फसल की रोपाई सितम्बर-अक्टूबर व ग्रीष्म कालीन फसल की रोपाई मार्च-अप्रैल में की जाती है।
मिर्च की फसल 90-130 दिन की होती है।
बुवाई के बाद मिर्च के पौधे 25 से 35 दिन बाद रोपने योग्य हो जाते हैं।
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